उ. प्र. प्रधानाचार्य परिषद -प्रयागराज के तत्वाधान मे -डॉ. के. पी. जायसवाल इ. क. मुट्ठी गंज -प्रयागराज मे जनपदीय -प्रधानाचार्यों की बैठक सम्पन्न।
विद्या की देवी -माँ सरस्वती के स- स्वर स्तुति एव पूजन से सुरु हुई और बैठक मे भाग ले रहे सभी लोगो का स्वागत, परिषद के नगर मंत्री -श्री श्याम मोहन जायसवाल ने किया।

उ. प्र. प्रधानाचार्य परिषद -प्रयागराज के तत्वाधान मे -डॉ. के. पी. जायसवाल इ. क. मुट्ठी गंज -प्रयागराज मे जनपदीय -प्रधानाचार्यों की बैठक सम्पन्न।
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क
प्रयागराज, 13 दिसम्बर।
विद्या की देवी -माँ सरस्वती के स- स्वर स्तुति एव पूजन से सुरु हुई और बैठक मे भाग ले रहे सभी लोगो का स्वागत, परिषद के नगर मंत्री -श्री श्याम मोहन जायसवाल ने किया।

व्यक्ति गत परिचय के बाद मण्डल -प्रवक्ता -डॉ. राधे श्याम मौर्य ने बन्दे मातरम गीत के गायन के तकनीकी पहलू पर प्रकाश डालते हुए अर्थ सहित उसके सभी पदों की विषद व्याख्या प्रस्तुति की.
अपनी सारगर्भित मीमांसा मे राष्ट्रीय गीत के सांस्कृतिक, ऐतिहासिक व सामाजिक तथ्यों पर परिषद के प्रांतीय मंत्री श्री सभापति तिवारी ने ब्यापक प्रकाश डालते हुए देश की आजादी मे पूरे भारत को एक सूत्र मे बाधने वाला सूत्र बताया।
विषय परिवर्तन करते हुए बारा तहसील के डॉ. विनोद सिंह ने जनपद के हर तहसील व ब्लॉक् के हर प्रकार के स्कूलों मे 16दिसम्बर -25, को पूरे स्टॉफ, छेत्र के गण मान्य लोगो व बच्चों सहित सामूहिक बन्दे मातरम गीत -गायन होने के औचित्य पर अपना मत रखा।
आर. एस. एस के छेत्र प्रमुख व बन्दे मातरम -समूह गान -कार्य क्रम के मुख्य आयोजक श्री अमर नाथ गीतानूरागी जी ने होने वाले कार्यक्रम मे सभी की सहभागिता होने के लिए आमंत्रित किया और श्री गुणवंत सिंह कोठरी, . डॉ. सौम्या घोस के बाबत उपस्थित लोगो की जिज्ञासा को उपराम दिया.
वर्तमान राष्ट्रीय परिवेश मे सांस्कृतिक मूल्यों के संवर्धन व पूरे देश मे एकता कायम करने मे बन्दे मातरम की व्यापक -विश्लेषण करते हुए श्री अमरनाथ जी ने भारतीय लोगो के समर्थन व सहयोगपर प्रसन्नता ब्यक्त किया.
कार्यक्रम के चेयरमैन प्रोफ. गिरीश चंद्र त्रिपाठी की सूझ बूझ व लगातार , हर दृष्टिकोण से कार्यक्रम को भव्यत्म बनाने के मार्ग दर्सन पर खुशी जाहिर करते हुए उपस्थित बिद्वत समाज से हर संभव सहयोग देने की अपील की और लोगो की संका -निवारण किया।
मेजा तहसील के श्री जे पी पाण्डेय ने बन्दे मातरम गीत के रचनात्मक पहलूपर अपना पक्छ रखते हुए – गुजरात से बंगाल व, कश्मीर से कन्या कुमारी तक देश के लोगो मे एकता बनाने वाला सूत्र बताया।
कोलम्बस स्कूल प्रयागराज की क्षमा मिश्रा ने उक्त कार्यक्रम मे सभी से हर प्रकार के सहयोग की गुजारिश की व 14दिसम्बर की अपरान्ह होने वाली गूगल मीट मे शामिल होने की बात कही।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन मे डॉ. सुसमा तिवारी ने आने वाली पीढ़ी को संस्कार युक्त बनाने के लिए -रामायण, गीता, पुराण आदि धार्मिक ग्रंथो को हर भारतीय घर मे होने के औचित्य पर बल दिया. क्योंकि -संघर्ष से प्राप्त स्वतंत्रता को कायम रखने व नैतिकता को कायम रखने हेतु, एक सौ पचास साल पूर्व रचित -“बन्दे मातरम -गीत “–की सार्थकता तभी आज के परिवेश मे सार्थक सिद्धि होंगी।
प्रधानाचार्य/प्रधानाचार्यओ की बैठक का संचालन डॉ. आर. के. मिश्र ने किया और राष्ट्रीय गान के साथ ख़त्म होने वाली बैठक मे उपस्थित लोगो के प्रति आभार ज्ञापन परिषद के कार्य कारी अध्यक्ष दीपक पाण्डेय ने किया।




